Sushma Swaraj पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन, एम्स में ली अंतिम सांस, आखिरी क्षणों में कहीं ये बात
Sushma Swaraj ,RIP जम्मू-कश्मीर पर सुषमा स्वराज का आखिरीशब्द - रूपी ट्वीट, 'जीवन में यही क्षण देखने की प्रतीक्षा कर रही थी । Sushma Swaraj last tweet
पूर्व विदेशमंत्री रह चुकी सुषमा स्वराज का निधन, एम्स में ली अंतिम सांस,आखिरी क्षणों में कहीं ये बात
Sushma Swaraj
बीजेपी की दिग्गज नेता एवं पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार की देर रात्रि दिल्ली के (AIIMS)अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया. उन्हें मंगलवार ( 6 Aug ) की देर शाम को हार्ट अटैक होने पर दिल्ली के (AIIMS)अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान मेंलाया गया था. सूत्रों के अनुसार सुषमा स्वराज को मंगलवार की रात्रि करीब 10 बजकर 15 मिनट पर अस्पताल लाया गया ।
पिछले कुछ समय से सुषमा स्वराज की तबीयत ख़राब थी. इसी वजह के कारण उन्होंने लोकसभा का चुनाव भी नहीं लड़ा था ।
मंगलवार ( 6 Aug ) की देर रात्रि 67 वर्ष की उम्र में ही सुषमा स्वराज ने अपने जीवन की आखरी सांसे ली, और हम सभी देशवासियों को हमेशा - हमेशा के लिए अलविदा कह दिया ।
एम्स ले जाने से लगभग तीन घंटे पहले ही उन्होंने एक ट्वीट किया था। यह ट्वीट था जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक के लोकसभा में पारित होने को लेकर था। सुषमा स्वराज का आखिरी ट्वीट :
Sushma Swaraj Tweet
जम्मू-कश्मीर पर सुषमा स्वराज का आखिरीशब्द - रूपी ट्वीट, 'जीवन में यही क्षण देखने की प्रतीक्षा कर रही थी ।
देशवासियों और दुनियाभर में लोगों के बीच लोकप्रिय रहीं सुषमा स्वराज ने भारतीय राजनीति में अमूल्य योगदान एवं तजुर्बा देते हुए इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। अचानक मिले इस खबर से पूरे देशवासी हैरान है।
मंगलवार की देर रात्रि जब सुषमा स्वराज के निधन की खबरें आने लगीं तो लोगों को इस पर यकीन नहीं हुआ और उन्होंने इसे झूठी अपवाह माना । साथ ही लोग यही मना रहे थे कि यह खबर वास्तव में झूठी निकले ।
सुषमा स्वराज के निधन की खबर के बाद लोग उनके आखिरी ट्वीट को पढ़ रहे हैं । जिनमें उनके आखिरी शब्द झलकते है।
इस ट्वीट में सुषमा स्वराज ने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक के लोकसभा में पारित होने पर अपनी खुशी दर्शाते हुए प्रधान मंत्री को धन्यवाद दिया है ।
यह ट्वीट सुषमा स्वराज ने एम्स ले जाने से महज तीन घंटे पहले ही किया था। इस विधेयक के पारित होने पर सुषमा स्वराज काफी खुश थी , और उन्होंने कहा कि ' मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने के लिए काफी लंबे समय से प्रतीक्षा कर रही थी। ' और उन्होंने इस ट्वीट के जरिए कहा कि मैं 'जीवन में यही क्षण देखने की प्रतीक्षा कर रही थी ।'
उनके द्वारा की गई इस पोस्ट को पढ़कर हर कोई सदमे में है। ट्वीटर पर अपने इन पोस्ट पर उन्होंने अपने शब्दों में इस विधेयक के पारित होने पर प्रधानमंत्री का आभार जताया था।
उनके द्वारा लिखी हुई इस ट्वीट को पढ़कर लगता है जैसे उन्हें पहले ही आभास हो गया हो था कि वह इस दुनिया को छोड़कर जा रही हैं। सुषमा ने ट्वीट किया था, 'प्रधानमंत्री जी-आपका हार्दिक अभिनंदन। मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।'
Sushma Swaraj Institute of Foreign Service
इसके अलावा उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा था कि - राज्य सभा के उन सभी सांसदों का बहुत बहुत अभिनन्दन जिन्होंने आज धारा 370 को समाप्त करने वाले संकल्प को पारित करवा कर डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि दी और उनके एक भारत के सपने को साकार किया. उन्होंने यह भी लिखा था कि, बहुत साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय. श्रेष्ठ भारत - एक भारत का अभिनन्दन.
9 बार सांसद रह चुकी सुषमा स्वराज आम लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थी।
वे सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती थी
टि्वटर पर उनके लगभग (1.30) एक करोड़ तीस लाख से अधिक लोग फॉलोअर्स है , इसके साथ ही टि्वटर 80 हजार से भी अधिक लोगो की मदद की है।
भारतीय राजनीति में वह अपने बेबाक अंदाज़ एवं तेज - तर्रार भाषणबाज़ी के लिए जानी जाती थी । उनके भाषणों में जितनी आक्रामकता रहती थी ठीक इसी विपरित वह अपने दैनिक जीवन में उतनी ही सरल एवं सभ्य छवि वाली महिला राजनेता थी । एक वक़्त वह भी था जब अटल बिहारी वाजपेयी के बाद प्रमोद महाजन एवं सुषमा स्वराज सबसे लोकप्रिय वक्ता माने जाते थे। अपने विदेश मंत्री के कार्यकाल के दौरान दूसरे देशों में बसे भारतीय नागरिक कभी भी किसी भी अगर परेशानी में होते तो सुषमा स्वराज उनके हर संभव मदद के लिए हमेशा तैयार रहती थी तथा उनकी परेशानियों को जल्द से जल्द दूर करती थी । उनका कहना था कि भारतीय दूर देशों तो क्या यदि वह मंगल ग्रह पर भी फंसे ही भारतीय दूतावास आपकी हर संभव मदद के लिए तत्पर है।
सुषमा स्वराज के निधन पर कांग्रसी नेता गुलाम नवी आजाद ने कहा कि जब मैं 1977 में यूथ कांग्रेस में था उस समय से वह सुषमा स्वराज को जानते है । उन्होंने कभी भी उन्हें उनके नाम से ना बुलाकर उन्हें हमेशा भाई कहकर बुलाती थी और मैं भी उन्हें हमेशा बहन कहकर ही बुलाता था । इस शोक संदेश को सुनकर में काफी सदमे में हूं वास्तव में मैंने इस घटना के बाद अपनी बहन खो दी।
सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रह चुकी थीं ।
1977 में सुषमा स्वराज सबसे कम उम्र की राज्यमंत्री बनी थी।
अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में वे सूचना एवं प्रसारण मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री रह चुकी थीं।
हाल ही में पाकिस्तान के जेल में बंद पूर्व भारतीय नौसैनिक कुलभूषण जाधव के परिवार ने उनसे मुलाकात की थी। गौरतलब है कि सुषमा के विदेश मंत्री रहते हुए भारत ने जाधव मामले को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में उठाया था।
उनके अस्वस्थ होने की खबर मिलते ही नितिन गडकरी, डॉ हर्षवर्धन, राजनाथ सिंह ,स्मृति ईरानी समेत अन्य पार्टियों के कई नेता एवं मंत्री एम्स अस्पताल उनसे मिलने के लिए पहुंचे थे ।
वास्तव में हिंदुस्तान ने सुषमा स्वराज के रूप में एक साहसिक , दिग्गज , एवं अनुभवी नेता खो दिया ।